रविवार, 26 अक्तूबर 2008

कैसी रही

एक गडेरिया अपना रेवड़ चरा रहा था कि एक बड़ी सी गाड़ी उसके पास आ कर रुकी। उसमें से कीमती कपड़े पहने हुए एक युवक उतरा और गड़ेरिये के पास आ बोला, कि मैं यदि तुम्हारे रेवड़ में कितनी भेड़ें हैं , बतला दूं तो क्या तुम मुझे एक भेड़ दोगे? गड़ेरिए के मान जाने पर युवक ने अपना लैप टाप निकाला, सैटेलाईट से कनेक्शन जोड़ा, उस जगह को स्कैन किया, जटिल आंकड़ों को जोड़ा घटाया, फिर गड़ेरिये को बताया कि तुम्हारे पास 1352 भेड़ें हैं। गड़ेरिए के सही है, कहने पर युवक ने अपनी पसंद का जानवार उठा कर अपनी गाड़ी में रख लिया। तब चरवाहे ने कहा कि यदि मैं बता दूं कि तुम्हारा पेशा क्या है, तो क्या तुम मेरा जानवर वापस कर दोगे? युवक ने भी उसकी बात मान ली। इस पर चरवाहे ने कहा कि तुम प्रबंधन सलाहकार हो। युवक आश्चर्यचकित हो बोला, अरे! तुम्हें कैसे पता चला? चरवाहे ने जवाब दिया, यह तो बहुत आसान था। तुम बिना बुलाए मेरे पास आए। बिना मेरे मांगे अपनी सलाह दी, ऐसे सवाल का जवाब दिया जिसका उत्तर मुझे मालुम था, और इस सब की कीमत भी ली, जब की तुम मेरे काम के बारे में कुछ भी नहीं जानते।
"लाओ मेरा कुत्ता वापस करो"
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तीन पागलों को उनके चेक-अप के लिए एक खाली पड़े स्विमिंग पूल के पास ले जाकर डाक्टर ने कहा, कूदो। दो पागल तुरंत कूद गये और चोट खा बैठे। तीसरे की तरफ देख कर डाक्टर ने कहा, अरे वाह, तुम तो ठीक हो गये हो। अच्छा बताओ तुम क्यों नहीं कूदे?
उसने जवाब दिया "मुझे तैरना कहां आता है"

9 टिप्‍पणियां:

जितेन्द़ भगत ने कहा…

मजेदार।

राज भाटिय़ा ने कहा…

अजी सब से अलग रही, वेसे मै होता तो मै भी ना कुदता, मुझे भी ज्यादा तेरना नही आता :)
धन्यवाद
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें

महेन्द्र मिश्र ने कहा…

Khoob rahi majedar. vaah

श्रीकांत पाराशर ने कहा…

Pahla drishtant to jabardasht hit.dusara bhi kam nahi. diwali ke deepakon ka prakash aapke pariwar ke sabhi sadasyon ke jeevan men aur adhik khushiyon ki chamak failade, yahi shubhkamnayen.

मोहन वशिष्‍ठ ने कहा…

वाह जी वाह मजेदार व्‍यंग्‍य बहुत ही अच्‍छा

बेनामी ने कहा…

management consultancy ki kyaa hakiikat batai hai. majaa aa gayaa.

बेनामी ने कहा…

बहुत अच्छा..

36solutions ने कहा…

मजेदार ...............

कुन्नू सिंह ने कहा…

दिपावली की शूभकामनाऎं!!


शूभ दिपावली!!


- कुन्नू सिंह

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