शनिवार, 25 अक्टूबर 2008

हाय, कितने गरीब हैं हम

अखिल भारतीय जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन के सर्वे की मानें तो दीवाली से पहले अक्टूबर के दौरान सिर्फ बीस दिनों में पांच टन सोने की बिक्री हुई इस गरीब देश में। जो पिछले आंकड़ों से 66 फीसदी ज्यादा है। इस साल दुकानों में पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या में भी 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। और यह सब तब है जबकि सोने की कीमतों में पिछले पांच सालों की तुलना में 160 प्रतिशत उछाल आ चुका है।

3 टिप्‍पणियां:

जितेन्द़ भगत ने कहा…

सही कहा आपने। सोने की कीमत बढ़ती जा रही है लेकि‍न लोगों में उसे खरीदने का उत्‍साह कहीं से भी कम नजर नहीं आ रहा है।

संगीता पुरी ने कहा…

शेयर बाजारों की कमजोर होती हालत की वजह से भी यह हो सकता है

राज भाटिय़ा ने कहा…

शर्मा जी बहुत पत्ते की बात कही आप ने, सच मै ..हाय ,कितने गरीब है *हम*कारण हमारी नियत नही भरती, वो हमेशा भुखी रहती है..
आपको को स्वपरिवार दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

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