मंगलवार, 30 जून 2009

ये महिलाएं ( - :

मां, बेटा और बहू तीन जनों का छोटा सा परिवार। पर सास बहू में रोज जूतम पैजार। दोनों यही समझतीं कि लड़का उसे ही ज्यादा चाहता है। एक दिन शाम को लड़का घर आया तो दोनो सास बहू उसके सामने आ खड़ी हुईं। मां ने बेटे से पूछा कि आज एक बात साफ कर दे, तू किसकी ज्यादा फिकर करता है ? मेरी या अपनी बीवी की ? मान ले हम दोनों नदी में ड़ूबने लगें तो तू किसे पहले बचायेगा?लड़का बेचारा पेशोपेश में। एक तरफ कूंआ दूसरी तरफ खाई। समझ नहीं पा रहा था कि क्या जवाब दे। उसके उतरे चेहरे को देख उसकी बीवी को दया आगयी। वह बोली, तुम तो अपनी मां को बचा लेना। मुझे बचाने वाले बहुत मिल जायेंगे।
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शादी के 25-30 साल बाद। करवा चौथ की सुबह रसोई की खट-पट से पति की नींद में बाधा पड़ी तो वह चिल्लाया, मुंह अंधेरे यह क्या कर रही हो ?बीवी वहीं से गुर्राई, तेरा स्यापा ही करने में लगी हूं।
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एक बूढी माई ने एक सोने का कंगन बनवा कर अपनी वर्षों की हसरत पूरी की। अब उसकी इच्छा थी कि उस जेवर की लोग प्रशंसा करें। वह दिन भर इधर उधर घूमती रही। लोगों को आकर्षित करने के उसने सारे उपाय कर लिये पर दैवयोग से किसी का भी ध्यान कंगन की ओर नहीं गया। वह रुआंसी तो हो ही गयी साथ ही साथ गुस्से से भी भर गयी। गुस्से में उसने अपनी झोंपड़ी में आग लगा दी। और हाथ उठा जोर-जोर से चिल्लाने लगी, लोगो दौड़ो, बचाओ। इसी बीच एक लड़के की नज़र उसके चमकते कंगन पर पड़ी। उसने पूछा, क्यों नानी नया गहना बनवाया है क्या ?वृद्धा यह सुनते ही फट पड़ी, अरे नासपीटे सबेरे ही इसे देख लेता तो मेरा घर तो बच जाता।

15 टिप्‍पणियां:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

kya khoob chutkule sunaye hain

M VERMA ने कहा…

अच्छा लगा
खूब

महेन्द्र मिश्र ने कहा…

ये तू तू मै मै तो खूब जमीं . वाह वाह एक तरफ कुया और एक तरफ खाई .

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

तीनों के तीनों परम सत्य हैं. सटी.

रामराम.

Udan Tashtari ने कहा…

हा हा!! मजेदार यथार्थ!

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } ने कहा…

mazedaar

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

WAH..WAH..WAH..WAH..
BAHUT KHOOB.

Anil Pusadkar ने कहा…

सही है!

Anil Pusadkar ने कहा…

सही है!

Sajal Ehsaas ने कहा…

antim waala bahut mast tha

PN Subramanian ने कहा…

बहुत मजा आया. कुछ नयापन था. आभार

Gyan Darpan ने कहा…

मजेदार |

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

हा हा हा....तेरा ही स्यापा कर रहीं हूँ!!!

प्रकाश गोविंद ने कहा…

हा...हा...हा...हा...हा
भाई खूब रही
आनंद आ गया !

सब के सब यथार्थवादी हास्य से सराबोर चुटकुले !

राज भाटिय़ा ने कहा…

शर्मा जी बहुत खुब सभी चुटकले एक से बढ कर एक.धन्यवाद

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