1) कागज की एक शीट को, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, चारों कोने मिला कर, आठ बार से ज्यादा फोल्ड नहीं किया जा सकता। कोशीश कर देखें।
2) FOUR एक ऐसी संख्या है, जिसमें अक्षर और संख्या का मान बराबर है।
3) कबूतर अकेला पक्षी है जो पानी को चूस कर पी सकता है। बाकी के पक्षियों को पानी निगलने के लिये अपनी गर्दन को पीछे झटकना पड़ता है।
4) आदमी अकेला प्राणी है जो पीठ के बल भी सो सकता है।
5) “37” एक ऐसी संख्या है जो खुद किसी और संख्या से विभाजित नहीं होती, पर नीचे वाली अजीबोगरीब संख्यायों को विभाजित कर देती है :- 111, 222, 333, 444, 555, 666, 777, 888, 999।
6) ज़ेबरे पर सफेद धारियां होती हैं ना कि काली।
इस ब्लॉग में एक छोटी सी कोशिश की गई है कि अपने संस्मरणों के साथ-साथ समाज में चली आ रही मान्यताओं, कथा-कहानियों को, बगैर किसी पूर्वाग्रह के, एक अलग नजरिए से देखने, समझने और सामने लाने की ! इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि कुछ अलग सी, रोचक, अविदित सी जानकारी मिलते ही उसे साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके ! अब इसमें इसको सफलता मिले, ना मिले, प्रयास तो सदा जारी रहेगा !
बुधवार, 6 मई 2009
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10 टिप्पणियां:
Rochak jaankari ke liye shukriya
बहुत रोचक जानकारी. इसमे पहले नम्बर वाली ही पता थी बाकी का ज्ञानवर्धन करने के लिये धन्यवाद.
रामराम.
रोचक जानकारी है यह शुक्रिया
inme se kuchh pata thi ..kuchh aapne bata di...dhnyawaad
इस जानकारी को देने के लिए,
धन्यवाद.
रोचक जानकारी. लेकिन हमने कुत्ते को भी पीठ के बल सोते देखा है. आदमी की सांगत का असर होगा.
इतनी अच्छी जानकारी देने का धन्यवाद ..
बड़ी रोचक जानकारी दी आपने........शुक्रिया।
bahut hi interesting jankari rahi.
shi Gagan sharma ji aap ne bahut sahi jankari ke shath likhe hame pasand aaya.
Vishnu patel,
D.D.U.N.Raipur. ( C.G.)
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