हमने अपने सगे-सम्बन्धीयों, जाने-पहचाने, अड़ोस-पड़ोस में या मशहूर बहुत सारे लोगों के बारे में पढा, सुना या देखा होगा कि वे लोग अपना ज्यादातर काम अपने बायें हाथ से निपटाते हैं। इसे हमने प्राकृतिक तौर पर ही लिया भी होगा। पर कभी भी इनकी मुश्किलों पर ना तो ध्यान ही दिया और न ही कभी सोचा। यदि आप दाहिने हाथ से काम करने वाले हैं तो एक बहुत छोटा सा काम कर देखिये। एक कैंची लीजिए और अपने बायें हाथ से उससे कुछ भी, कागज, कपड़ा या अपनी मूछें, कतरने की कोशीश कर देखिये क्या होता है। दुनिया में ज्यादातर लोग अपने दायें हाथ से काम करते हैं। इसीलिये उन्हीं को मद्देनजर रख औजार बनाने वाली कंपनियां अपने उत्पाद बनाती हैं। एक मोटे तौर पर दुनिया मे बायें हाथ से काम करने वालों की संख्या करीब 10-11 प्रतिशत है। इसी आबादी को ध्यान में रख आस्ट्रेलिया के एक व्यवसायी ने बायें हाथ से काम करने वालों की मुश्किलों को दूर करने के लिये अपने उत्पाद 'लेफ्ट हैंडेड प्रोडक्टस' के नाम से बनाने शुरु कर दिये। अपना और दूसरों का भला एक साथ।
यह तो विज्ञान ने साबित कर दिया कि दोनों तरह के लोगों में कोई फर्क नहीं होता नहीं तो सदियों से बायें हाथ से काम करने वालों को अच्छी नज़र से नहीं देखा जाता था। यहां तक कि इन्हें भूत-प्रेत की संज्ञा देकर मार डालने तक की कोशीशें भी होती रहती थीं। इसी डर से बहुत से मां-बाप अपने बायें हाथ का उपयोग करने वाले बच्चों को जबरन राइट हैंडेड बनाने की कोशीश किया करते थे। पति अपनी बायें हाथ से काम करने वाली पत्नि को त्यागने में गुरेज नहीं करते थे। मार-पीट, प्रताड़ना तो आम बात थी।
आज भी रूस, जापान, जरमनी और यहां तक की अपने देश भारत में भी कहीं-कहीं बायें हाथ का इस्तेमाल अशुभ माना जाता है।
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इस ब्लॉग में एक छोटी सी कोशिश की गई है कि अपने संस्मरणों के साथ-साथ समाज में चली आ रही मान्यताओं, कथा-कहानियों को, बगैर किसी पूर्वाग्रह के, एक अलग नजरिए से देखने, समझने और सामने लाने की ! इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि कुछ अलग सी, रोचक, अविदित सी जानकारी मिलते ही उसे साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके ! अब इसमें इसको सफलता मिले, ना मिले, प्रयास तो सदा जारी रहेगा !
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11 टिप्पणियां:
हम तो खुद ही बायें हाथ से काम करने वाले लबड़ची हैं, क्या ख्याल व्यक्त करें. खाना, लिखना सब बायें हाथ का खेल है हमारे लिए. :)
सबसे पहले तो सभी दांये हाथ से काम करने वाले दांये हाथ से काम करने के लिए निर्देश देते रहते हैं। सबसे बड़ी समस्या तो यही है क्यों उड़नतश्तरी जी, मैं कोई झूठ बोल्या .........
इस रोचक जानकारी के लिये धन्यवाद।
हम तो एक बार आजमा भी चुके हैं. बाएं हाथ से एक बार मूंछें काटने की कौशिश की थी, मूंछें तो नहीं कटी अलबत्ता होंठ जरूर कट गया था..:)
रोचक जानकारी है आभार्
waah
achchhi jankari
मेरे परिवार में भी मेरे बेटे के अलावा बाएं हाथ से काम करने वाले कई सदस्य है और तो और जोधपुर में मेरे एक दोस्त महेश खत्री के परिवार में तो उनकी पत्नी बेटा बेटियाँ और भाइयों सहित खुद महेश जी भी बायाँ हाथ ही इस्तेमाल करते है |
baayin haath waale dil se kaam karte hae kuonki dil to baaye traf hi hota hae
हमारा पुत्र बायीं हाथ का ही प्रयोग करता है. हमने कभी उसे सुधारने की कोशिश नहीं की. उसके बात रूम आदि में fittings भी उसकी सुविधानुसार रखी गयी है.हमारे अनुभव में अमरीका में बाएँ हाथ का प्रयोग सबसे अधिक होता है. आजतक मुझे एक भी अमरीकी नहीं दिखा जो दाहिने हाथ से लिखता हो. कलम पकड़ने का अंदाज़ भी अलग है. निब या पेन का पॉइंट नीचे की और रखते हैं.
ajee hamaaree shrimati jee khud hain aur lagtaa hai chhotee see bitiyaa bhee unhee ke nakshe kadam par chal rahi hai....waise bata doon ki japan mein aisee kai dukaanein hain jahan baayein haath vaalon ke liye vishesh vyasthaa hotee hai...waise dilchasp vishay chuna aapne...
aapne baye hath ke bare me jankaree diya .thanywad.
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