बुधवार, 13 जुलाई 2011

फिर एक बार मौत का तांड़व

मुंबाई में फिर तीन जगह सीरियल धमाके हुए। झवेरी बाजार, मुंबादेवी मंदिर और दादर स्टेशन का इलाका चपेट में आया।
समय भी ऐसा चुना गया था जब लोग दफ्तर के बाद घर जाने को निकल रहे थे या शाम के समय बाजारों में खरीददारी के लिए। तीनों धमाकों के लिए रेलवे स्टेशन या बस अड़्ड़े को ही चुना गया था।

अभी सैंकड़ों लोगों के घायल होने की खबर है। मृतकों की भी एक बड़ी संख्या की आशंका है। इस तरह के हमले की आशंका काफी दिनों से अखबारों में आरही थी। अभी दो दिन पहले ही असम के पास रेल दुर्घटना में आतंकवादियों का हाथ नज़र आने के बावजूद पूरे सुरक्षा इंतजाम नहीं हो पाए थे। हर बार की तरह आम निरीह जनता ही दरिंदों का शिकार बनी है।

पता नहीं कब दुनिया से यह खून-खराबा खत्म होगा और लोग निश्चिंत हो कर जी सकेंगे।

5 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

बड़ी दुखद घटना है यह। सरकार को ऐसे तत्वों से निपटने के लिए सख्त क़दम उठाने चाहिए।

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण।

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद ने कहा…

जिस देश में गुनहगार और खूनी छाती ठोक कर खुले घूमते हैं, यह तो होना ही था :(

vidhya ने कहा…

दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण।

मीनाक्षी ने कहा…

बार बार दानव मानव को हरा देता है.. जाने कब तक .... ?

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