इस ब्लॉग में एक छोटी सी कोशिश की गई है कि अपने संस्मरणों के साथ-साथ समाज में चली आ रही मान्यताओं, कथा-कहानियों को, बगैर किसी पूर्वाग्रह के, एक अलग नजरिए से देखने, समझने और सामने लाने की ! इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि कुछ अलग सी, रोचक, अविदित सी जानकारी मिलते ही उसे साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके ! अब इसमें इसको सफलता मिले, ना मिले, प्रयास तो सदा जारी रहेगा !
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7 टिप्पणियां:
Wah bahut hi badiya bahut kuch bolte chitra....
bahot badhiya
बहुत सुंदर
बहुत अन्तर नहीं है।
कोई आश्चर्य नही जब इंसान जानवर बन गया है तो जानवरो को ही इंसानियत दिखानी पडेगी।
ab to lagata hai ki jaanwar insano se jyada sanwedanshiil hote hain.
अद्भुत सुन्दर
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