बुधवार, 24 सितंबर 2008

प्रभू भी धोखा खा गए

राजजी के युवक को मिले दादी माँ के आशीर्वाद से एक बात याद आ गयी -------
वैसी ही एक दादी मां मरने से बहुत डरती थीं। सो भगवान से सदा प्रार्थना करती रहती थीं। एक बार प्रभू ने तंग आकर उन्हें दर्शन दे ही दिए और बता दिया कि उनकी उम्र अभी चालीस साल और तीन महिने बाकी है। दादी मां खुश। अगले दिन से ही सुखमय जिंदगी की तैयारियां शुरु कर दीं। ब्युटी-पार्लर में जा बाल डाई करवाये, मसाज करवाई, फ़ेशिअल, पैडी और ना जाने क्या-क्या करवा कर जैसे ही बाहर निकलीं एक बस की चपेट में आ स्वर्ग सिधार गयीं। ऊपर जाते ही प्रभू का गला पकड़ लिया, कि तुमने तो मेरी उम्र अभी चालीस साल और बताई थी, तो यह क्या कर दिया। प्रभू भी हड़बड़ा गये, बोले "अरे माई तुम्हें तो मैं पहचान ही नहीं पाया।"

7 टिप्‍पणियां:

MANVINDER BHIMBER ने कहा…

bahut sunder.....
bhawaan kaise pahchaante.....saari kaya to badal gae thee

शोभा ने कहा…

हा हा हा बहुत बढ़िया . मौत के बारे मैं न पता हो तभी बढ़िया.

राज भाटिय़ा ने कहा…

मजा आ गया, प्रभू भी धोखा खा गए"
धन्यवाद

Udan Tashtari ने कहा…

हा हा बहुत बढ़िया!!

वीनस केसरी ने कहा…

लीपा-पोती पर बेहतरीन व्यंग


वीनस केसरी

makrand ने कहा…

well written sir
congrates
regards

प्रदीप मानोरिया ने कहा…

लाज़बाब व्यंग हास्य के चटखे के साथ बहुत बहुत धन्यबाद
मेरे ब्लॉग पर पधारने हेतु पुन: आमंत्रण है

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