मंगलवार, 23 सितंबर 2008

टेंशन है, ना भाई ना

ट्रेन कभी धीमी हो कभी तेज, फिर कभी इतनी धीमी हो जाए कि लगे रुकने वाली है। फिर पता नहीं क्या हुअ कि पूरी गाडी डगमगाने लगी, यात्री एक दूसरे पर गिरने लगे, सारा सामान ऊपर नीचे हो गया, लगा जोर का भूंकंप आ गया हो। फिर अचानक ट्रेन खडी हो गयी। लोगों ने देखा गाडी पटरी से उतर खेतनुमा जगह में खडी है। गुस्से से भरे लोगों ने उतर कर ड़्राईवर को घेर लिया और इस दुर्घटना का कारण पूछने लगे। ड़्राईवर बोला, अरे साहब पता नहीं कहां से एक पागल पटरियों पर आ गया था, कभी चलने लगता, कभी दौड़ने, कभी नाचने। परेशान कर रख दिया। भीड चिल्लाई, तो गाडी चढ़ा देनी थी उसके ऊपर।
ड्राईवर बोला 'वही तो कर रहा था'
**************************************************
श्रीमतीजी अपने बच्चों को पुराना फ़ोटो-एलबम दिखा रहीं थी। एक फोटो को देख बच्चे ने पूछा, मम्मी, ये बालों वाले अंकल कौन हैं। श्रीमतीजी बोलीं, बेटा ये तुम्हारे पापा हैं। पापा! तो हमारे साथ जो गंजा रहता है, वो कौन है। बेटे ने पूछा।

3 टिप्‍पणियां:

राज भाटिय़ा ने कहा…

वाह गंजा कोन हे? बहुत ही सुन्दर
धन्यवाद

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

वाह! बहुत मजेदार चुटकले हैं।पढ़ कर मजा आ गया।जारी रखे।

Udan Tashtari ने कहा…

हा हा!! गंजू महाराज तो आज घर से निकाले जायेंगे.:)

विशिष्ट पोस्ट

गुगलाचार्याय नम:

किसी चीज को सीखने में, समझने में वक्त लगता है, मेहनत करनी पड़ती है, चुन्नौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे आदमी मानसिक तौर पर मजबूती हासिल ...