रविवार, 5 सितंबर 2010

इंसान का दिमाग एक अजूबा है.

जापान, तरक्की का दूसरा नाम। एक ऐसा देश जिसने सालों-साल तरह-तरह के अजूबे आविष्कारों को जन्म दिया। भिन्न-भिन्न प्रकार के रोबोट, मशीनें, कम्पयूटर, टच स्क्रीन और न जाने किस-किस चीज की वहाँ इजाद हुई। पर वहीं अजीबोगरीब अंधविश्वास भी अपना अस्तित्व जमाए बैठे हैं। शायद हमारी ही तरह।

वहीं एक ऐसा स्मार्ट टायलेट बनाया गया है जो उसके अंदर पैर रखते ही आपका वजन, तापमान और रक्तचाप ज्ञात कर लेता है। उसका उपयोग करते-करते आपके शुगर लेवल और यूरीन की भी जांच हो जाती है। इतना ही नहीं यह सारी जानकारी तुरंत आप के कम्पयूटर तक पहुंचा दी जाती है। यह है जापान की कंपनी टोटो का करिश्मा।

दूसरी ओर क्या आपने ऐसी कोई तस्वीर या चित्र देखा या खींचा है जिसमें तीन जापानी एक साथ हों?
क्योंकि यह एक बहुत ही कठिन कार्य है। जापान में यह अंधविश्वास गहरे से पैठा है कि फोटो खिंचवाते समय दो लोगों के बीच में बैठने से अपशकुन होता है और बीच में बैठने वाले की मृत्यु हो जाती है। इसीलिए कोई भी जापानी फोटो खिंचवाते समय बीच में बैठना पसंद नहीं करता।

1 टिप्पणी:

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

बीच में बैठेने वाले की मृत्यु हो जाती है यह हमने यहां भी सुना और हमारे साथ घटित भी होगया. हमने तीन रिश्तेदारों ने एक शादी में फ़ोटो खिंचाई. बीच वाले उम्र में तीनों में सबसे कम उम्र वाले थे.

उनका अचानक दो तीन साल बाद दुखद निधन होगया. जब उनकी शौक बैठक में रखने के लिये फ़ोटो की जरुरत लगी तो उसी तीन जनों वाली फ़ोटो मे उनकी फ़ोटो मिली जिसे अलग करके उनकी फ़ोटो बनवाई गयी. उस समय यह अंधविश्वास सुनने में आया, आगे ईश्वर जाने.

रामराम.

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