आज मुझसे सुश्री नेहा जी, जो अपना ब्लाग शुरु करना चाहती हैं, ने ई मेल द्वारा, बिना इंनटरनेट हिंदी लिख सकने की जानकारी चाही है। मेरी आप सब से गुजारिश है कि ऐसा सबसे सरल तरीका बताने का कष्ट करें, जिसमें सारे के सारे हिंदी के शब्द (संयुक्ताक्षर वगैरह) आसानी से लिखे जा सकें। जिससे हिंदी ब्लाग परिवार में एक और नया सदस्य शामिल हो सके।
इस ब्लॉग में एक छोटी सी कोशिश की गई है कि अपने संस्मरणों के साथ-साथ समाज में चली आ रही मान्यताओं, कथा-कहानियों को, बगैर किसी पूर्वाग्रह के, एक अलग नजरिए से देखने, समझने और सामने लाने की ! इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि कुछ अलग सी, रोचक, अविदित सी जानकारी मिलते ही उसे साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके ! अब इसमें इसको सफलता मिले, ना मिले, प्रयास तो सदा जारी रहेगा !
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10 टिप्पणियां:
आप देख सकते हैं
http://blogbukhar.blogspot.com/2009/09/blog-post.html
इसकी टिप्पणियाँ भी देखिएगा
बी एस पाबला
शर्मा जी आप Baraha गुगल सर्च मै लिखे ओर इसे Baraha ७,या नया Baraha ८ डाउन लोड करे, फ़िर आफ़ लाईन या आन लाईन जेसे चाहे बिलकुल सही हिन्दी लिखे
यूनिकोड याद कर लें।
बाराह की सलाह मिली थी मुझे . मै भी आपको सलाह दे रहा हूं .
कैफे हिन्दी डाउन लोड कर लें बस फिर उनिकोड मे लिखें धन्यवाद्
सबसे अच्छा है कि आप आपरेटिंग सिस्टम के स्तर पर ही हिन्दी सुविधा को 'इनेबल' कर लें । यदि यह सम्भव न हो तो ही बरहा आदि सम्पादक उतारकर काम चलावें। यहाँ देखें-
कम्प्यूटर को हिन्दी-सक्षम बनाने हेतु उपलब्ध आई एम ई
http://pratibhaas.blogspot.com/2009/09/blog-post_24.html
हिन्दी लिखने के लिये सम्पादित्रों एवं अन्य साधनों के लिये यहाँ देखें-
विकिपीडिया:इंटरनेट पर हिन्दी के साधन
http://hi.wikipedia.org/wiki/हिन्दी_के_साधन_इंटरनेट_पर
http://nukkadh.blogspot.com/2009/09/blog-post_22.html इसे भी आजमा सकते हैं।
हम बारहा इस्तेमाल करते हैं.
बरह या इंडिक आई एम ई का प्रयोग करें.
bhashaindia.com के डाउनलोड विभाग में देखें.
नेहाजी का सवाल आपका सहयोग एवम टिप्पणीयो के माध्यम से ब्लोगरो का समाधान अति सुन्दर
व्यवस्था.
मुन्नाभाई सर्किट की ब्लोग चर्चा
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