रविवार, 17 अगस्त 2008

बैंक, जहाँ पैसा नही कपडे रखे जाते हैं

ज्यादातर यही समझा जाता है कि बैंकों में पैसा या कीमती सामान ही रखा जाता है। पर झारखंड के जमशेदपुर मे एक बैंक ऐसा है जिसका पैसों से कोई लेना-देना नहीं है। इस अनोखे बैंक में इंसान की मूलभूत जरूरत कपड़े रखे जाते हैं तथा इसे कपड़ों के बैंक के नाम से जाना जाता है। करीब एक दशक पुराने इस बैंक "गूंज" का मुख्य उद्देश्य देश के उन लाखों गरीब तथा जरूरतमंद लोगों को कपड़े उपलब्ध करवाना है, जो उचित वस्त्रों के अभाव मे अपमान और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम का सामना करते हैं। पूरी दुनिया में अनगिनत लोगों को कपड़ों के अभाव में शारिरिक व मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। भारत के ही कुछ भागों में महिलाओं को उचित वस्त्रों के अभाव में अनेकों बार अप्रिय परिस्थियों से गुजरना पड़ता है। इसी तरह की परेशानियों से लोगों को रोज दो-चार होता देख, कुछ लोगों का मिल कर इसका हल निकालने की सोच ने जो रूप लिया वही है "गूंज"। इसी तरह यदी छोटी-छोटी धाराएं अस्तित्व में आती रहें तो गरीबी के रेगिस्तान में कहीं-कहीं तो नखलिस्तान उभर कर कुछ तो राहत प्रदान कर ही सकता है।

3 टिप्‍पणियां:

राज भाटिय़ा ने कहा…

ऎसे बैंक भारत के सभी शहरो मे होने चाहिये,बहुत ही सहारनीया काम हे,कितनो को लाभ होगा...कितनो का भला होगा,
धन्यवाद एक अच्छी पोस्ट के लिये

Anil Kumar ने कहा…

आजकल की हमारी प्रिय अभिनेत्रियों को इस बैंक का पता दे दें. उन्हें अत्यधिक आवश्यकता है कपड़े पहनने की.

Nitish Raj ने कहा…

बहुत ही सराहनीय शुरुआत और जानकारी देने का धन्यवाद। राज जी ने सही कहा कि सभी शहरों में हो तो सबका भला हो। जरूरत के हिसाब से सभी मदद कर सकें।

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