मन व्यथित और क्षुब्ध है ! हर जगह, किसी के भी द्वारा हिंदुओं और सनातन का अपमान असहनीय हो जाता है ! गुस्सा उन पर भी आता है जो इसके वायस बनते हैं ! अब सोचना उन हिन्दुओं को भी है, जो जगह-जगह जा कर अपनी नाक घुसेड़ते हैं और बेइज्जती करवाने से बाज नहीं आते ! अरे जब तैंतीस श्रेणी के देवता तुम्हारा कुछ नहीं कर पाए तो समझ लो कि किसी के भी द्वारा तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता ...........!
#हिंदी_ब्लागिंग
कल खबर आई कि पकिस्तान में ननकाना साहिब गए 2100 भारतीय सिख श्रद्धालुओं का लाहौर में गर्मजोशी से स्वागत किया गया ! पंजाब प्रांत के मंत्री रमेश सिंह अरोड़ा और ETB का अधकारियों ने फूल बरसाए आज खबर आई कि पाकिस्तानी अधिकारीयों ने जत्थे के बारह सदस्यों को यह कह कर वापस लौटा दिया कि इस यात्रा की अनुमति सिर्फ सिख तीर्थयात्रियों को है, आप हिंदू हो, इसलिए आपको जाने नहीं दिया जाएगा ! आज तक जो कभी नहीं हुआ, वह हुआ ! साफ नजर आता है कि दोनों समुदायों में फूट डालने की नापाक कोशिश की गई !
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| तीर्थ |
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| क्योंकि हर नजर अनमोल है |
आज मन व्यथित और क्षुब्ध है ! हर जगह, किसी के भी द्वारा हिंदुओं और सनातन का अपमान असहनीय हो जाता है ! गुस्सा उन पर भी आता है जो इसके वायस बनते हैं ! यहां किसी भी धर्म, आस्था या पंथ का विरोध नहीं है ! सभी का पूरा मान-सम्मान है ! सभी आदरणीय हैं ! आस्था अपनी जगह है ! किसी को किसी के प्रति भी अटूट विश्वास हो सकता है ! विश्वास ही है जिस पर जगत टिका हुआ है ! पर उसके साथ विवेक बहुत जरुरी है ! प्रभु सभी को सद्बुद्धि दे !
@चित्र अंतर्जाल के सौजन्य से


8 टिप्पणियां:
प्रभु सभी को सद्बुद्धि दे !
सही कहा है आपने
उत्तम
सुशील जी
सभी को सद्बुद्धि मिलनी जरूरी भी है
अनीता जी
आभार आपका ✨🙏
हरीश भाई
अनेकानेक धन्यवाद 🙏
यार, ये पूरी घटना सच में बहुत खटकती है। तीर्थयात्रा जैसे पवित्र काम में धर्म पूछकर लोगों को रोकना सच में गलत लगता है। मैं समझता हूँ कि सुरक्षा या नियमों की दलीलें होंगी, पर इंसानियत और आपसी सम्मान कहीं ऊपर होना चाहिए।
Admin ji,
दलीलें क्या, द्वेष है पूरी तरह
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