जो भी हो, हैं तो सभी पौष्टिक आहार ही ! इन दोनों श्रेणियों में ही विटामिन, मिनरल तथा अन्य पोषक पदार्थ भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हम सब को सेहतमंद तो बनाते ही हैं ना ! तो सर्दियों में इन सब का संतुलित मात्रा में उपयोग जरूर करें ! ध्यान यह भी रहे कि ''अति सर्वत्र वर्जयेत्''..............!
#हिन्दी_ब्लागिंग
वैसे तो इनकी बारहों महीने मांग रहती है पर सर्दियों में पूछ कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है ! पर इधर मीडिया पर आई पोषण, खान-पान संबंधित सलाहकारों की बहार के डराने-धमकाने पर आम इंसान मिठाइयां, केक, चॉकलेट छोड़ इनकी तरफ कुछ ज्यादा ही मेहरबान हो गया है ! जी हाँ, ड्राई फ्रूट ! जिनका नाम सामने आते ही काजू, बादाम, किसमिस, अखरोट आदि की तस्वीरें सामने आ जाती हैं ! पर क्या नाम के अनुसार ये सभी ड्राई फ्रूट हैं ?
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| ड्राई फ्रूट्स |
देखा जाए तो ड्राई फ्रूट का अर्थ होता है, सूखे फल, जैसे किसमिस, खजूर, अंजीर, खुबानी इत्यादि। ऐसे फल जिन्हें धूप में या व्यावसायिक ड्रायर मशीनों में सुखा कर तैयार किया जाता है। काजू, बादाम वगैरह तो नट्स या बीज होते हैं। यहां भी हमारी भाषा की समृद्धि सामने आती है ! जहां इन्हें मेवा कहा जाता है ! इन सभी का अपना-अपना पौष्टिक महत्व है और इन्हें आहार में शामिल भी किया जाता है, लेकिन इनकी परिभाषा अलग-अलग है।
इनमें मुख्य अंतर यह है कि ड्राई फ्रूट्स वो फल होते हैं जिनकी नमी हटा, सुखा कर तैयार किया जाता है, जैसे अंजीर, खजूर, किसमिस, खुबानी इत्यादि ! दूसरी तरफ बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता आदि कठोर छिलके वाले फल के अंदर के बीज या उनका हिस्सा होते हैं ! इस तरह देखा जाए तो काजू, बादाम औरअखरोट इत्यादि तकनीकी रूप से मेवे हैं, जो अक्सर ड्राई फ्रूट्स के साथ ही खाए जाते हैं, लेकिन सूखे फल मेवों की श्रेणी में नहीं आते, पर सभी को सुविधा के लिए ड्राई फ्रूट्स कह दिया जाता है। .jpg)
प्रकृति की नेमत
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| पौष्टिकता |
स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें !
@अंतर्जाल का हार्दिक आभार
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1 टिप्पणी:
जी
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