आज उत्कृष्ट विशेषज्ञों, उच्च तकनिकी सुविधाओं, दसियों तरह के उपकरणों के बावजूद जब किसी बॉलर द्वारा खेल के तनाव में कभी एक ओवर में दो-दो, तीन-तीन नो-बॉल या वाइड बॉल हो जाती है, तो कुछ पहले के इसी खेल के महान खिलाड़ियों की याद बरबस ताजा हो आती है ! जो विभिन्न विषम परिस्थियों में भी बिना किसी विशेषज्ञ की सहायता के त्रुटिहीन खेल को अंजाम दिया करते थे ! क्या लगन थी ! क्या समर्पण था ! क्या ही अनुशासन था ! स्तुत्य हैं.........!
#हिन्दी_ब्लागिंग
खेल तो खेल है ! खेल ही होना भी चाहिए ! पर आज कठिन प्रतिस्पर्द्धा के युग में लोगों की आकंक्षाएँ अपने चरम पर हैं ! किसी को भी हार मंजूर नहीं है ! इसीलिए हर खेल का खिलाड़ी अपने साथ तनाव की गठरी लादे चलता है ! उसी का भार आज जब क्रिकेट के उभरते बॉलरों द्वारा कभी-कभी एक ओवर में दो-दो, तीन-तीन नो-बॉल या वाइड बॉल करवा जाता है, तो कुछ पहले के इसी खेल के महान खिलाड़ियों और उनके त्रुटिहीन खेल की याद बरबस ताजा हो आती है ! क्रिकेट के इतिहास में दुनिया में अब तक पांच ऐसे महान बॉलर हुए हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में एक भी ''नो बॉल'' नहीं डाला है ! ये गर्व की बात है कि इसमें पहला नाम हमारे सर्वकालीन श्रेष्ठ आलराउंडर कपिल देव का है !
* कपिल ने 131 टेस्ट और 225 वनडे खेले हैं, पर कभी एक भी नो बॉल नहीं डाला ! ऐसा करने वाले वे अकेले भारतीय हैं ! वैसे भी उनके पांच हजार (+) रन और चार सौ (+) विकेट का रेकार्ड अक्षुण्ण बना हुआ है ! एक बार गावस्कर ने बताया था कि मैच तो मैच, कपिल ने कभी प्रैक्टिस करते हुए भी नो बॉल नहीं फेंका ! यह दर्शाता है कि खेल के प्रति उनका समर्पण, उनकी लगन व उनका अनुशासन किन ऊंचाइयों तक पहुँच चुका था !
* इसमें दूसरे स्थान पर हैं, इंग्लैण्ड के इयान बॉथम ! उन्होंने अपने सोलह साल के करियर में 102 टेस्ट और 116 वन-डे खेले पर कभी अमान्य बॉल नहीं फेंकी !
* तीसरे स्थान पर हमारे पड़ोसी इमरान खान का नाम है ! उन्होंने 88 टेस्ट और 175 वन-डे मैचों में कोई नो बॉल नहीं किया !
* इस कड़ी में चौथे स्थान पर आस्ट्रेलिया के तेज बॉलर डेनिस लिली हैं ! उनके 70 टेस्टों में हर बॉल बेदाग रहा था !
* पांचवें स्थान पर वेस्ट इंडीज के लांस गिब्स हैं, जिन्होंने अपने 79 टेस्ट मैचों और तीन वन डे में अपना कोई भी बॉल, नो बॉल नहीं होने दिया ! टेस्ट में 300 विकेट लेने वाले ये पहले स्पिनर हैं ! रन देने के मामले में उन्हें आज भी दुनिया का सबसे कंजूस गेंदबाज माना जाता है !
एक बात और ऐसा नहीं है कि आज के खिलाड़ी किसी बात में दोयम हैं या उनका समर्पण खेल के प्रति कम है ! पर आज इतनी तकनिकी सुविधाएं, सुरक्षा उपकरण, मैदान पर बेहतरीन चिकित्सा सहायता और विशेषज्ञों के उपलब्ध होने के बावजूद खिलाड़ियों के चोटिल हो मैदान से दूर रहने का प्रतिशत पहले की तुलना में बहुत बढ़ गया है ! हो सकता हो इससे भी खेल में ध्यान भटकता हो ! पर स्तुत्य हैं पहले के खिलाड़ी, जो बिना रक्षा उपकरणों और किसी ताम-झाम के उस समय के एंडी राबर्ट्स, मिशेल स्टार्क, जेफ़ थाम्पसन, ब्रेट ली जैसे तेज बॉलरों की आग उगलती 155-160 की गति की बॉलों का सामना करते थे ! जरुरत है उनकी लियाकत, उनके धैर्य, उनके खेल कौशल से सबक लेने की !
@सभी चित्र अंतर्जाल से, साभार
2 टिप्पणियां:
thanks for sharing these
Unknown ji
बहुत अच्छा लगता यदि पहचान सहित मुलाकात होती! मित्रों में एक नए साथी का इजाफा होता 🙏🏻
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