विशेषज्ञों का कहना है, वायु प्रदुषण से बचाव के लिए घर के अंदर कुछ पौधे अवश्य लगाएं। मच्छरों से बचाव के लिए आने वाले क्वॉयल या केमिकल का प्रयोग ना ही करें। इन दिनों हो सके तो अगरबत्ती या धूप भी ना जलाएं। पानी में एक चम्मच हल्दी डाल भाप लें। नियमित कसरत करें। कफ-कारक खाद्य लेने से बचें। तुलसी, काली मिर्च, छोटी पिपली, इलायची, इत्यादि का सेवन जरूर करें। खाने के बाद करीब एक तोला गुड़ जरूर खाएं, इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल भी प्रचुर मात्रा में होते हैं। नाक की नली को साफ़ रखने के लिए रात सोते समय दो-दो बूँद गाय का घी दोनों नथुनों में डालें जिससे वहां प्रदूषक तत्वों का जमावडा न हो सके..........!
#हिन्दी_ब्लागिंग
काफी दिनों से, दिनों से क्या सालों से अक्तूबर के बाद से ही दिल्ली की हवा यहां के रहवासियों की हवा खराब करने से बाज नहीं आ रही। लाख हल्ला मचे, गुल-गपाड़ा हो, एक दूसरे पर तोहमत थोपी जाए, पर जिम्मेवार लोग कभी इस मुद्दे पर गंभीर होते नहीं दिखते। नाही लगता है कि उनको किसी की चिंता या फ़िक्र है। इधर हमने भी जैसे खाद्यपदार्थों व पानी की मिलावट और अशुद्धता पर जान के जोखिम के बावजूद समझौता सा कर लिया है ! पर प्राणवायु का क्या किया जाए ! जिसके बिना एक मिनट भी ज़िंदा रहना असंभव होता है ! अपने घर पर कोई कितना भी वायु शुद्धिकरण के उपाय कर ले, पर बाहर तो निकलना ही पड़ता है ! और ऐसा भी नहीं है कि इसके बिना कुछ घंटे रह लिया जा सके ! तो फिर उपाय क्या है ? इसका एक ही जवाब मिल पाया कि अपने शरीर को ही कुछ मजबूती और सुरक्षा प्रदान कर दी जाए !
#हिन्दी_ब्लागिंग
काफी दिनों से, दिनों से क्या सालों से अक्तूबर के बाद से ही दिल्ली की हवा यहां के रहवासियों की हवा खराब करने से बाज नहीं आ रही। लाख हल्ला मचे, गुल-गपाड़ा हो, एक दूसरे पर तोहमत थोपी जाए, पर जिम्मेवार लोग कभी इस मुद्दे पर गंभीर होते नहीं दिखते। नाही लगता है कि उनको किसी की चिंता या फ़िक्र है। इधर हमने भी जैसे खाद्यपदार्थों व पानी की मिलावट और अशुद्धता पर जान के जोखिम के बावजूद समझौता सा कर लिया है ! पर प्राणवायु का क्या किया जाए ! जिसके बिना एक मिनट भी ज़िंदा रहना असंभव होता है ! अपने घर पर कोई कितना भी वायु शुद्धिकरण के उपाय कर ले, पर बाहर तो निकलना ही पड़ता है ! और ऐसा भी नहीं है कि इसके बिना कुछ घंटे रह लिया जा सके ! तो फिर उपाय क्या है ? इसका एक ही जवाब मिल पाया कि अपने शरीर को ही कुछ मजबूती और सुरक्षा प्रदान कर दी जाए !
ऐसा जहर जब अंदर जाएगा तो शरीर क्या करेगा ? |
कुछ हद तक वायु को साफ़ कर ही देते हैं |
4 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (05-12-2018) को "बीता कौन, वर्ष या तुम" (चर्चा अंक-3176) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधा तिवारी
राधा जी, आभार! इससे जितना भला हो सके!
सारगर्भित एवं विचारणीय लेख।
रविन्द्र जी, ''कुछ अलग सा'' पर सदा स्वागत है
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