बहुतेरे शब्द ऐसे होते हैं जिन्हें हम एक ही चीज का नाम समझ धड़ल्ले से उपयोग करते रहते हैं। जब की वह दो अलग-अलग चीजों के नाम होते हैं। ऐसे ही दो शब्द हैं ट्रक और लॉरी। इन्हें आमतौर पर सामान ढोने वाले वाहन के लिए प्रयुक्त किया जाता है। वैसे कहने को तो ब्रिटेन में जिसे लॉरी कहा जाता है उसी को अमेरिका में ट्रक कहते हैं। दोनों करीब-करीब एक जैसे होते हैं पर फिर भी उनके काम में फर्क तो है ही। ये फर्क मुझे भी तब पता चला जब अपने सामान की शिफ्टिंग के लिए मैंने एक ट्रांसपोर्टर की सेवाएं लीं। बातों-बातों में उन्होंने यह जानकारी मुझे दी तो मैंने भी उसे शेयर कर लिया।
सुनने में ट्रक शब्द भारी-भरकम लगता है पर मजेदार बात यह है कि ट्रक की गिनती हल्के और भारी दोनों श्रेणियों में, अपनी क्षमता के अनुसार होती है पर लॉरी की गिनती सिर्फ भारी वाहनों में ही होती है। इस तरह ट्रक को लॉरी का छोटा भाई कहा जा सकता है। जो घरेलू सामान वगैरह को लाने ले जाने में, रेलवे स्टेशनों पर और हवाई अड्डों पर ज्यादातर काम में लाया जाता है। वहीँ लॉरी भारी-भरकम चीजों जैसे बड़ी मशीनरी इत्यादि को सड़क के रास्ते परिवहन में काम में लाई जाती है। एक फर्क यह भी है कि ट्रक को कोई भी वाहन चालक चला सकता है पर लॉरी के चालक को ज्यादा सक्षम और कुशल होना जरूरी होता है।
सुनने में ट्रक शब्द भारी-भरकम लगता है पर मजेदार बात यह है कि ट्रक की गिनती हल्के और भारी दोनों श्रेणियों में, अपनी क्षमता के अनुसार होती है पर लॉरी की गिनती सिर्फ भारी वाहनों में ही होती है। इस तरह ट्रक को लॉरी का छोटा भाई कहा जा सकता है। जो घरेलू सामान वगैरह को लाने ले जाने में, रेलवे स्टेशनों पर और हवाई अड्डों पर ज्यादातर काम में लाया जाता है। वहीँ लॉरी भारी-भरकम चीजों जैसे बड़ी मशीनरी इत्यादि को सड़क के रास्ते परिवहन में काम में लाई जाती है। एक फर्क यह भी है कि ट्रक को कोई भी वाहन चालक चला सकता है पर लॉरी के चालक को ज्यादा सक्षम और कुशल होना जरूरी होता है।
4 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (29-11-2015) को "मैला हुआ है आवरण" (चर्चा-अंक 2175) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, अमर शहीद संदीप उन्नीकृष्णन का ७ वां बलिदान दिवस , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
बहुत खूब। ट्रक और लॉरी के बीच का फर्क जानकर अच्छा लगा।
शूभ भाभ । बहुत अच्छा लगा ।
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