विज्ञापन में उसकी मुलाकात एक "बॉस" टाइप, तजुर्बेदार कुत्ते से होती है, जिसकी अपनी कार है और वह उसे चलाता भी खुद है......... !
अब तक तो यही सुना था कि देश-विदेश में पालतू कुत्तों की सार-संभार, साजो-सामान, खाने-सजाने के लिए भी दुकानें खुल चुकी हैं। उनके लिए भी "ब्रांडेड" सामान बनने-बिकने लगा है। जाहिर है यह सब सुविधाएं उनके मालिकों द्वारा ही उन्हें उपलब्ध करवाई जाती हैं। पर यह पता नहीं था कि अब कुत्तों के लिए उनकी पसंद की कारें भी मिलनी शुरू हो चुकी हैं, जहां से वे अपनी पसंद की कार अपने लिए ले कर खुद चला भी सकते हैं। विश्वास नहीं होता ! तो काफी दिनों से टी. वी. पर परोसा जा रहा एक विज्ञापन देखें जिसमें एक प्यारा सा कुत्ता, जिसे अपनी खुद की कार लेने और चलाने की इच्छा है, कार पाने के लिए सडकों पर गाड़ियों के पीछे दौड़ता रहता है क्योंकि उसे यह नहीं मालुम कि कारें कैसे और कहाँ से मिलती हैं !
तभी उसकी मुलाकात एक "बॉस" टाइप तजुर्बेदार कुत्ते से होती है, जिसकी अपनी कार है और वह उसे चलाता भी खुद है, वह बतलाता है कि हर तरह की चाहे जैसी भी कार लेनी हो उसे फलानी जगह से लिया जा सकता है। फिर क्या था अपना वह मासूम सा कुत्ता भी कार ले आता है और "बॉस" को "जॉय राइड" पर ले जाते हुए बिंदास सडकों पर कार दौड़ता है। यह अभी ज्ञात नहीं हो पाया है कि इनके लिए यातायात नियम और "ड्रायविंग लायसेंस" की प्रक्रिया क्या होगी :-)
विज्ञापन से एक बात और भी साफ नहीं होती कि क्या उस जगह से क्या सिर्फ कुत्ते ही कार खरीद सकते हैं ?
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