tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post8601786055538905311..comments2024-03-29T03:30:17.212+05:30Comments on कुछ अलग सा: सच्चाई सामने आने में बहुत समय लेने लगी है !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-36523309451427682022020-05-17T20:43:08.591+05:302020-05-17T20:43:08.591+05:30रविंद्र जी
नमस्कार ! समय ही ऐसा आ गया है कि कुछ भ...रविंद्र जी <br />नमस्कार ! समय ही ऐसा आ गया है कि कुछ भी बोलिए विरोध में आवाज उठेगी ही ! गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-20945833618607370132020-05-17T20:42:45.895+05:302020-05-17T20:42:45.895+05:30रविंद्र जी
नमस्कार ! समय ही ऐसा आ गया है कि कुछ भ...रविंद्र जी <br />नमस्कार ! समय ही ऐसा आ गया है कि कुछ भी बोलिए विरोध में आवाज उठेगी ही ! गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-42276812473843433252020-05-17T20:40:20.141+05:302020-05-17T20:40:20.141+05:30राजेश जी
हार्दिक आभार राजेश जी <br />हार्दिक आभार गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-63714455791228805072017-07-12T21:58:44.411+05:302017-07-12T21:58:44.411+05:30जाति और धर्म बेहद संवेदनशील मुद्दे हैं। राजनीतिज्...जाति और धर्म बेहद संवेदनशील मुद्दे हैं। राजनीतिज्ञ जानते हैं इन्हीं मुद्दों पर जनता को बरगलाया जा सकता है और वे ऐसा कर भी रहे हैं। कोई भी राजनैतिक दल सत्ता का संचालन करे वह पूर्वाग्रहों से कतई मुक्त नहीं हो सकता। लोकतंत्र में जनता का विश्वास ही सब कुछ होता है जिसे अब धोखे से हासिल किया जा रहा है। दूध का धुला कोई नहीं है। <br />न्याय व्यवस्था में भी राजनैतिक दखल सामने आ रहा है अतः भ्रष्ट राजनीतिज्ञों को समय पर सज़ा नहीं मिल पा रही है। जनता को जागरूक होना ही होगा अपनी भलाई और भावी पीढ़ियों के समुचित विकास के लिए। <br />सारगर्भित लेख किन्तु केंद्र सरकार के विरोधियों को पक्षपाती लगेगा। किसानों और युवाओं को रोज़गार के मुद्दों पर केंद्र सरकार अभी घिरी हुई है। <br /> Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-21031084092800159292017-07-12T13:55:22.917+05:302017-07-12T13:55:22.917+05:30सुंदर विश्लेषण ! बहुत खूब आदरणीय ।सुंदर विश्लेषण ! बहुत खूब आदरणीय ।Rajesh Kumar Raihttps://www.blogger.com/profile/11470374028071461971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-37362074383996752182017-07-11T15:08:39.044+05:302017-07-11T15:08:39.044+05:30पम्मी जी,
हार्दिक धन्यवाद पम्मी जी,<br />हार्दिक धन्यवाद गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-36828502506644107742017-07-11T14:44:51.227+05:302017-07-11T14:44:51.227+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में&quo...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 12जुलाई 2017 को लिंक की गई है..................<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i><br /><br /><br /><br /><br />Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-48902846195715256822017-07-11T10:39:19.602+05:302017-07-11T10:39:19.602+05:30सब एक बोटी के चट्टे बट्टे हैं,राजनीति सिर्फ स्व के...सब एक बोटी के चट्टे बट्टे हैं,राजनीति सिर्फ स्व के लिए रह गई, इसमें परिवार बनते भी हैं और टूटते भी हैं ,पारिवारिक मूल्यों का क्षरण , स्वहित ने चरम पर पहुंचाया, शिक्षा ही एक उपाय हो सकता है लवकिं अपना उल्लू सीधा करने वालों ने उनमें भी कोटे बना बना कर सिर्फ स्वार्थ पूर्ती ही देखी ... जनहितार्थ कार्य स्वयं ही बोलता है ,परंतु अड़चने पैदा की जाने से समय लगने लगा है ....Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-61275546943074616442017-07-10T22:54:36.536+05:302017-07-10T22:54:36.536+05:30हर्षवर्धन जी आपका तथा ब्लॉग बुलेटिन का हार्दिक आभा...हर्षवर्धन जी आपका तथा ब्लॉग बुलेटिन का हार्दिक आभार गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-7310351574799249942017-07-10T22:07:35.095+05:302017-07-10T22:07:35.095+05:30आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन जन्म दिवस : सुनील ग...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2017/07/sunil-gavaskar-68th-birthday.html" rel="nofollow">जन्म दिवस : सुनील गावस्कर और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है। <b>कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।</b>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-7512128594149924522017-07-10T22:04:11.943+05:302017-07-10T22:04:11.943+05:30काश जनता जाग जाए.काश जनता जाग जाए.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-87689062422153655222017-07-10T13:20:37.137+05:302017-07-10T13:20:37.137+05:30गठबंधन तो बहाना है, मतलब तो खुद को बचाना है !!गठबंधन तो बहाना है, मतलब तो खुद को बचाना है !!गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-88067166506105421872017-07-10T12:16:58.510+05:302017-07-10T12:16:58.510+05:30मुसीबत में बचने का यह भी एक तरीका है !मुसीबत में बचने का यह भी एक तरीका है !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-38604579329645356732017-07-10T11:09:43.497+05:302017-07-10T11:09:43.497+05:30ऊपरी तौर पर बड़े-बड़े राजनेता किसी भी पार्टी के क्यो...ऊपरी तौर पर बड़े-बड़े राजनेता किसी भी पार्टी के क्यों न हो सब एक-दूजे से मिलकर ही काम करते हैं आखिर एक जैसे पंखों वाले पंछी जो होते हैं, साथ उड़ना कैसे भूल सकते हैं। <br />बहुत अच्छा विश्लेषण कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-68909019260651578442017-07-09T12:02:31.027+05:302017-07-09T12:02:31.027+05:30राजेन्द्र जी,
'कुछ अलग सा' पर सदा स्वागत ह...राजेन्द्र जी,<br />'कुछ अलग सा' पर सदा स्वागत है। गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-35114114746269244952017-07-09T02:53:12.834+05:302017-07-09T02:53:12.834+05:30अच्छा लेखा जोखा
मेहनत से तथ्य जुटा कर लिखी गई पोस...अच्छा लेखा जोखा<br /><br />मेहनत से तथ्य जुटा कर लिखी गई पोस्ट के लिए साधुवादRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-75550637673843873982017-07-08T17:20:42.792+05:302017-07-08T17:20:42.792+05:30शास्त्री जी,
स्नेह बना रहे शास्त्री जी,<br />स्नेह बना रहे गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-6415129046938509372017-07-08T15:56:10.569+05:302017-07-08T15:56:10.569+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (09-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (09-07-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> 'पाठक का रोजनामचा' (चर्चा अंक-2661) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-32524657293208514932017-07-08T15:55:17.975+05:302017-07-08T15:55:17.975+05:30 बहुत वसूला है इन लोगों ने, लकड़ी टेकाने के एवज में... बहुत वसूला है इन लोगों ने, लकड़ी टेकाने के एवज में :-( गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-60225735499638397992017-07-08T15:36:23.133+05:302017-07-08T15:36:23.133+05:30ये कितनी ही लफ़्फ़ाजी कर लें पर अब जनता समझ गयी है. ...ये कितनी ही लफ़्फ़ाजी कर लें पर अब जनता समझ गयी है. मुझे ऐसा लगता है कि अब क्षेत्रिय दलों की दादागिरी समाप्त होने का समय आगया है. आपने बहुत सटीक लिखा.<br />रामराम<br />#हिन्दी_ब्लॉगिंग<br />ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com