tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post8394037345296048294..comments2024-03-28T11:13:49.811+05:30Comments on कुछ अलग सा: नोबेल फाउंडेशन ने ग्यारह बार अनदेखी की थी नेहरूजी कीगगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-51145764720786777962008-10-16T04:50:00.000+05:302008-10-16T04:50:00.000+05:30नेहरू दुत्कारे जाने लायक ही थे, जिसे आदमी छिछोरेप...नेहरू दुत्कारे जाने लायक ही थे, जिसे आदमी छिछोरेपन से पूरी दुनिया वाकिफ थी, उसे तो कोई भी सम्मान नही दिया जाना था। जब वह खुद कहते है कि वह दुर्भाग्य से हिन्दू है। उनकी मानसिकता का पता चल ही जाता है। नेहरू और गांधी दोनो इसी काबिल थे भारतीयो के ऑंखो पर पट्टी बंधी है तभी ये पूजे जाते है बाकी तो पूरा विश्व इनकी कारगुजारियों को जानती है।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-57399020587218609912008-10-16T01:38:00.000+05:302008-10-16T01:38:00.000+05:30आज भि काले ओर गोरे का भेद भाव तो है ही, यह हमीं है...आज भि काले ओर गोरे का भेद भाव तो है ही, यह हमीं है जो आज भी गोरी को अपनी मां बना कर सर पे बिठा रखा हैं, नोवेल फाउंडेशन ने ग्यारह बार नही हर बार की है यह अनदेखी....<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-67819991239344698892008-10-15T23:05:00.000+05:302008-10-15T23:05:00.000+05:30आश्चर्यजनक जानकारी दी है आपने, आंखें खुल गई हमारी...आश्चर्यजनक जानकारी दी है आपने, आंखें खुल गई हमारी ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.com