tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post8323294342031495788..comments2024-03-28T21:02:52.153+05:30Comments on कुछ अलग सा: कबीर, जिन्हें एक साथ ही अग्नि और धरती में लीन होना पडा. .गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-81573419427723056852021-04-08T09:48:18.777+05:302021-04-08T09:48:18.777+05:30जात पात पुछे नहीं कोई हरि को भजे सो हरि को होई जात पात पुछे नहीं कोई हरि को भजे सो हरि को होई WRITER RAHUL MISHRA https://www.blogger.com/profile/16689951453382913749noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-25915582941550478212010-03-23T23:13:38.402+05:302010-03-23T23:13:38.402+05:30बहुत सुंदर जी, यह कहानी मेने बचपन मै पढी थी, अंध व...बहुत सुंदर जी, यह कहानी मेने बचपन मै पढी थी, अंध विशवास को हमारे बुजुर्गो ने हमेशा नाकारा है,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-51585687319738352472010-03-23T18:29:10.923+05:302010-03-23T18:29:10.923+05:30आध्यात्म की पहेली है ही ऐसी....अगर समझ में आजाये त...आध्यात्म की पहेली है ही ऐसी....अगर समझ में आजाये तो पाखण्ड बंद हो जाए.<br />.......................<br />आज मैंने भी नानी-दादी की पहेलियों को याद किया............<br />......................<br />विलुप्त होती... नानी-दादी की बुझौअल, बुझौलिया, पहेलियाँ....बूझो तो जाने....<br />.........मेरे ब्लॉग पर.....<br />http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_23.html<br />लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से.कृष्ण मुरारी प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/00230450232864627081noreply@blogger.com