tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post7723086152900354813..comments2024-03-29T16:21:34.079+05:30Comments on कुछ अलग सा: शुक्र है पत्थर तो उछला, आसमां में सुराख हो ना होगगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-10118496808852671592010-09-12T15:20:03.530+05:302010-09-12T15:20:03.530+05:30bhn जी आपने एक पत्थर उछालने की कोशिश पर जो ख़ुशी ...bhn जी आपने एक पत्थर उछालने की कोशिश पर जो ख़ुशी ज़ाहिर की हे में भी आपकी इस ख़ुशी में शामिल होना चाहता हूँ बहुत खूब तहरीर हे बहुत खूब विचार हें और प्र्स्तुतिक्र्ण का तरीका बीएस गले से उतर जाने वाला हे मुबारक हो. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थानआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-22600686937714800002010-09-12T10:47:21.152+05:302010-09-12T10:47:21.152+05:30बात टी.वी. की चतुराई या किसी से रिश्ते जोड़ने की नह...बात टी.वी. की चतुराई या किसी से रिश्ते जोड़ने की नहीं है। बात है अमन और चैन की जिससे बेकार की बातों की चिंता से बेफिक्र हो उन्नति और तरक्की का मार्ग प्रशस्त हो सके।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-2167892311109297322010-09-12T07:43:02.247+05:302010-09-12T07:43:02.247+05:30इन पर नजर बनी रहे तो बहुत सारी बात आसान हो जाए, उत...इन पर नजर बनी रहे तो बहुत सारी बात आसान हो जाए, उतनी सहज जितनी आम दिलों में होती है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-78854349530067333782010-09-11T23:24:34.580+05:302010-09-11T23:24:34.580+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति .आभारबहुत अच्छी प्रस्तुति .आभारASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-41396130931181880972010-09-11T23:09:48.380+05:302010-09-11T23:09:48.380+05:30हां जी, कश्मीर में बहुत से पत्थर उछाले जा रहे है ....हां जी, कश्मीर में बहुत से पत्थर उछाले जा रहे है ....देश में सुराख करने के लिए :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-28738500275289470882010-09-11T22:30:24.651+05:302010-09-11T22:30:24.651+05:30हमें कहीं भी कुछ अलग सा नहीं दिख रहा है. आजकल के इ...हमें कहीं भी कुछ अलग सा नहीं दिख रहा है. आजकल के इस्लामिक कट्टरवादिता के चलते ऐसा कुछ भी संभव नहीं है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-12220852328096117362010-09-11T20:22:37.193+05:302010-09-11T20:22:37.193+05:30ये तो आप टी.वी. का फंडा देख रहे हैं पर असल हकीकत क...ये तो आप टी.वी. का फंडा देख रहे हैं पर असल हकीकत कुछ और है ... वो राज भाटिया जी ने लिख दिया है . गणेश चतुर्थी पर्व पर हार्दिक शुभकामनाये....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-89588379161348079102010-09-11T19:12:57.636+05:302010-09-11T19:12:57.636+05:30छोटे उस्ताद-दो मैं भी कभी-कभार देख लेती हूं। कांसे...छोटे उस्ताद-दो मैं भी कभी-कभार देख लेती हूं। कांसेप्ट अच्छा है जिसमें जो भी टीम जीते-दोनों देश के बच्चे होंगे और वैसे भी टकराव आम जनता का नहीं वो तो सियासी खेल है...<br /><br />http://veenakesur.blogspot.com/वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-20561248422432490782010-09-11T17:54:44.220+05:302010-09-11T17:54:44.220+05:30अजी यह वो पडोसी है जिस से कभी भी प्यार या वफ़ा की उ...अजी यह वो पडोसी है जिस से कभी भी प्यार या वफ़ा की उम्मीद करना बेकार है, आज तक ६३ सालो मै भी अक्ल ना आई तो कब आयेगी....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com