tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post5761553660193221672..comments2024-03-29T03:30:17.212+05:30Comments on कुछ अलग सा: यह "जबुलानी बाल" का दोष है या हमारे दृष्टि तंत्र की कमजोरी ?गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-17731420237782823862010-07-10T19:57:38.604+05:302010-07-10T19:57:38.604+05:30सच कह रहे हैं, कई मौकों पर गोलकीपर हवा में गच्चा ख...सच कह रहे हैं, कई मौकों पर गोलकीपर हवा में गच्चा खाये हैं ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-62889915322801169692010-07-10T17:28:38.989+05:302010-07-10T17:28:38.989+05:30भाटिया जी,
नमस्कार।
ऐसा कहना है कि साइड़ से तेजी ...भाटिया जी, <br />नमस्कार। <br />ऐसा कहना है कि साइड़ से तेजी से घूमती आती बाल की चाल का सही आकलन नहीं हो पाता। एक दो इंच का फर्क भी भारी पड़ जाता होगा।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-10127282376684577722010-07-10T08:00:29.396+05:302010-07-10T08:00:29.396+05:30उपयोगी पोस्ट!उपयोगी पोस्ट!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-58801070107031741592010-07-09T20:03:18.262+05:302010-07-09T20:03:18.262+05:30बहुत सुंदर जानकारी, लेकिन खिलाडी तो जब पास करते है...बहुत सुंदर जानकारी, लेकिन खिलाडी तो जब पास करते है बाल उन के पास ही पहुचती है जिसे पास दिया होता हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com