tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post5744533709969659961..comments2024-03-28T11:13:49.811+05:30Comments on कुछ अलग सा: कुछ समस्याओं का हल, सिर्फ नजरंदाजगी गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-43764971241007449702021-06-15T22:20:23.190+05:302021-06-15T22:20:23.190+05:30हार्दिक आभार, ज्योति जी हार्दिक आभार, ज्योति जी गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-28610382637285731172021-06-15T16:24:33.876+05:302021-06-15T16:24:33.876+05:30भ्रामक विज्ञापनों की पोल खोलता बहुत सुंदर आलेख, गग...भ्रामक विज्ञापनों की पोल खोलता बहुत सुंदर आलेख, गगन भाई।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-37294100670132527172021-06-14T17:12:05.049+05:302021-06-14T17:12:05.049+05:30कामिनी जी
पूरी तरह सहमत हूँ। पर कुछ भी, कोई भी पह...कामिनी जी <br />पूरी तरह सहमत हूँ। पर कुछ भी, कोई भी पहल करते ही उसके विरोध में आवाज उठाना भी फैशन सा बन गया है !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-28902866603548616892021-06-14T11:21:16.923+05:302021-06-14T11:21:16.923+05:30"इन जरासीमों के क्रियाकलाप और बतौलेबाजी को पू..."इन जरासीमों के क्रियाकलाप और बतौलेबाजी को पूरी तरह नजरंदाज कर इनके मंसूबों पर पानी फेरा जा सकता है। "<br />बिल्कुल सही कहा आपने,पर जिन्हे सिर्फ मजे लेने से मतलब है जो नहीं समझते कि -हमारा मजा लेना कितना नकारत्मक फैला रहा है उनका क्या करें। आजकल तो सोशल मिडिया पर भी इसकी भरमार हो गई है,लोग मजे लेने के लिए मजाक बनाने के लिए वीडियो देखते है और बंदा पॉपुलर हो जाता है तो खुद को तीसमारखाँ समझने लगता है और यहां मजे-मजे के चककर में असली टेलेंट मात खा जाता है। सिर्फ राजनीति का ही नहीं हर क्षेत्र में यही हाल है। हमें क्या सुनना चाहिए या क्यों सुनना चाहिए इस पर विचार करना जरूरी है।,बहुत ही सुंदर आलेख,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-19551650891024463742021-06-13T14:31:19.384+05:302021-06-13T14:31:19.384+05:30कदम जी
यही विडंबना है आज कीकदम जी <br />यही विडंबना है आज कीगगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-86611103971826862432021-06-13T13:20:18.145+05:302021-06-13T13:20:18.145+05:30Bahut khudgrj log raajniti me Aa gae hainBahut khudgrj log raajniti me Aa gae hainKadam Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02678256450334563167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-26046827646568647782021-06-13T12:01:19.222+05:302021-06-13T12:01:19.222+05:30दीपक जी
"कुछ अलग सा" पर सदा स्वागत है आप...दीपक जी<br />"कुछ अलग सा" पर सदा स्वागत है आपका गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-70963379068891132972021-06-13T10:01:55.634+05:302021-06-13T10:01:55.634+05:30सही है सर । इनको ख़त्म करने का सरल सा उपाय है, इनकी...सही है सर । इनको ख़त्म करने का सरल सा उपाय है, इनकी उपेक्षा ! दीपक कुमार भानरेhttps://www.blogger.com/profile/14512403306123301731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-62068601299222996242021-06-13T09:21:38.606+05:302021-06-13T09:21:38.606+05:30रवीन्द्र जी
आपका और चर्चा मंच का हार्दिक आभार रवीन्द्र जी<br />आपका और चर्चा मंच का हार्दिक आभार गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-42397302214597739162021-06-13T06:58:41.121+05:302021-06-13T06:58:41.121+05:30नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार (13-06-2021 ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> 'मिट्टी की भीनी खुशबू आई' (चर्चा अंक 4094) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। <br /><br />चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें। <br /><br />यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके। <br /><br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br /><br />#रवीन्द्र_सिंह_यादवRavindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-1754618285186644452021-06-12T22:10:39.655+05:302021-06-12T22:10:39.655+05:30जिज्ञासा जी
स्वागत है आपका!
पर संदर्भ एक गैरजिम्म...जिज्ञासा जी<br />स्वागत है आपका! <br />पर संदर्भ एक गैरजिम्मेदार तथाकथित नेता के गैरजिम्मेदाराना बयान का था<br />गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-90748774900728626942021-06-12T20:23:10.322+05:302021-06-12T20:23:10.322+05:30बहुत सही बात कही है आपने, आज के समय में जो तामझाम ...बहुत सही बात कही है आपने, आज के समय में जो तामझाम में दिखता है,वही बिकता है।सादर शुभकामनाएँ ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-69173736876083463292021-06-12T16:10:50.913+05:302021-06-12T16:10:50.913+05:30सुशील जी,
वही तो ! बकौल परसाई जी, यह जानते हुए भी ...सुशील जी,<br />वही तो ! बकौल परसाई जी, यह जानते हुए भी कि मैं बेवकूफ बनाया जा रहा हूँ और मुझे जो बताया जा रहा है, वह सब झूठ है ! फिर भी बेवकूफ बनने का एक अलग ही मजा है !''<br /><br />और लोग मजे ले रहे हैं :-) गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-54930460587360416352021-06-12T15:21:32.772+05:302021-06-12T15:21:32.772+05:30लेकिन होता नहीं है। ध्यान आकर्षित करने के लिये बकव...लेकिन होता नहीं है। ध्यान आकर्षित करने के लिये बकवास करनी ही पडती है :) :) और इसी में जनता फ़ंस जाती है।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com