tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post8801494870593553710..comments2024-03-29T16:21:34.079+05:30Comments on कुछ अलग सा: छाया ग्रह केतु, ग्रहों की कहानी------ ९गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-71463630360019244992008-12-05T18:15:00.000+05:302008-12-05T18:15:00.000+05:30सही बात है। कभी-कभी पूजास्थलों की लूट-खसोट देख मन ...सही बात है। कभी-कभी पूजास्थलों की लूट-खसोट देख मन उचाट हो जाता है। इन अघाये हुओं से अच्छा किसी अनाथाश्रम, अंधविद्यालय और सबसे बेहतर किसी जरूरतमंद की सहायता मन को सकून देती है।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-78584873407063178812008-12-05T00:13:00.000+05:302008-12-05T00:13:00.000+05:30लगता हौ मुझ पर भि केतू की छाया है, क्योकि मेने आज ...लगता हौ मुझ पर भि केतू की छाया है, क्योकि मेने आज तक कभी भी पुजा पाठ दिल से नही किया, मंदिर जाता हु तो भी दिल नही लगता, वहा.<BR/>लेकिन कर्म से मै पुजा करता हुं.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com