tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post7273087275436781971..comments2024-03-28T19:38:36.355+05:30Comments on कुछ अलग सा: कहाँ थे गांधीजी, पहले स्वतंत्रता दिवस परगगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-20130836577784814872008-08-14T20:43:00.000+05:302008-08-14T20:43:00.000+05:30सुन्दर लेख!!सुन्दर लेख!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-71109851529978949722008-08-14T15:56:00.000+05:302008-08-14T15:56:00.000+05:30आपने बहुत सही लिखा है। हम लोग अतीत का गुणगान करते ...आपने बहुत सही लिखा है। हम लोग अतीत का गुणगान करते है पर वर्तमान को नहीं सुधारते। एक सुन्दर प्रस्तुति के लिए बधाई।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-11426123522503298262008-08-14T14:51:00.001+05:302008-08-14T14:51:00.001+05:30गीत गाती टोलियाँ बेलियाघाट की 'हैदरी मन्जिल' में आ...गीत गाती टोलियाँ बेलियाघाट की 'हैदरी मन्जिल' में आ रही थीं,जहाँ गांधीजी थे। उस दिन उपवास और सुबह जल्दी उठना हुआ था अपने पुत्र सम सचिव महादेव देसाई की पांचवी पुण्य तिथि के कारण(पूर्णाहुति,ले. प्यारेलाल,खण्ड तीन)।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-13563429966454430062008-08-14T14:51:00.000+05:302008-08-14T14:51:00.000+05:30आजादी के लिए रोशनी के द्वारा समारोह करना उचित नहीं...आजादी के लिए रोशनी के द्वारा समारोह करना उचित नहीं है, जबकि देश की जनता के पास प्रयाप्त अनाज, तेल और कपडा नहीं है।<BR/>काश हमे इतनी समझ होती, बहुत बहुत धन्यवाद इस सुन्दर लेख के लिये,<BR/>भाई इस Word Verification को हटा दो तो अच्छा रहेगा,आभारराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com