tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post2710678798196982822..comments2024-03-29T03:30:17.212+05:30Comments on कुछ अलग सा: अपनी भावनाओं को बड़े बच्चों के साथ भी साझा करें गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-25614136712599127032015-07-01T18:22:33.071+05:302015-07-01T18:22:33.071+05:30आशा जी, यह मलाल मेरे आप जैसे हजारों लोगों के मन मे...आशा जी, यह मलाल मेरे आप जैसे हजारों लोगों के मन में रह ही जाता है। चाहते हुए भी भावनाएं शब्दों का रूप नहीं ले पातीं। शायद लगता है ऐसा करने से उनकी गरिमा हो जाएगी या ऐसा ही कुछ !गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-69232611413640196482015-07-01T00:30:30.886+05:302015-07-01T00:30:30.886+05:30आप के इस लेख को पढ कर अपने पिता की याद आ गई। अब तो...आप के इस लेख को पढ कर अपने पिता की याद आ गई। अब तो यह मलाल ही रहेगा कि उनको ले कर जो हम सोचते थे कभी व्यक्त क्यूंं नही कर पाये।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-49432317731786976682015-06-29T22:00:03.697+05:302015-06-29T22:00:03.697+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, मटर और पनीर - ब्ल...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2015/06/blog-post_29.html" rel="nofollow"> मटर और पनीर - ब्लॉग बुलेटिन </a> , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.com