tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post2558399666469723485..comments2024-03-28T11:13:49.811+05:30Comments on कुछ अलग सा: आज का धृतराष्ट्र, जो खुद ही बैल को उकसा रहा है।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttp://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-5827689933689204702020-05-09T13:46:29.485+05:302020-05-09T13:46:29.485+05:30संगीता जी
कुछ लोग सर पर पड़ने के बाद भी नहीं सुधरत...संगीता जी <br />कुछ लोग सर पर पड़ने के बाद भी नहीं सुधरते ! ऐसे ही लोगों से समाज विरोधी गतिविधियों का भय रहता है गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-13157756702724623732020-05-09T13:42:56.299+05:302020-05-09T13:42:56.299+05:30सोहिल जी
सच है ! अपनी कर के ही मानासोहिल जी <br />सच है ! अपनी कर के ही मानागगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-66701128779068770772020-05-09T13:41:37.877+05:302020-05-09T13:41:37.877+05:30इंद्राणी जी
मोहवश अति कब हो जाती है, इसका पता भी ...इंद्राणी जी <br />मोहवश अति कब हो जाती है, इसका पता भी तो नहीं चलता गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-66048891645018123212020-05-09T13:39:16.085+05:302020-05-09T13:39:16.085+05:30राज जी
ऐसा हकीकत में हुआ है राज जी <br />ऐसा हकीकत में हुआ है गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-49985571973999515262010-04-30T07:42:13.843+05:302010-04-30T07:42:13.843+05:30ऐसे मोह माया में फंसे किस्से रोज ही खुली आंखों आसप...ऐसे मोह माया में फंसे किस्से रोज ही खुली आंखों आसपास दिखते हैं..बहुत बढ़िया वृतांत.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-1425985408364697962010-04-29T13:05:23.504+05:302010-04-29T13:05:23.504+05:30इसी का नाम तो मोह है। अपने अंधेपन में फिर एक लडकी ...इसी का नाम तो मोह है। अपने अंधेपन में फिर एक लडकी की जिन्दगी और खराब करेगा ये आदमी<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-23434533152331478612010-04-29T11:43:42.605+05:302010-04-29T11:43:42.605+05:30पुत्रमोह में ध्रितराष्ट्र हो जाते हैं लोग और भूल ज...पुत्रमोह में ध्रितराष्ट्र हो जाते हैं लोग और भूल जाते हैं की वो बच्चों का भला नहीं बुरा कर रहे हैं...व्यवहार संतुलित रखने की ज़रूरत होती है...जब तक आराम से हर चीज़ मिलती है तब तक कोई हाथ पैर नहीं चलाता...सिर पर पड़े तो कुछ तो करेगा ही ना...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-9615139803007235042010-04-29T10:07:58.459+05:302010-04-29T10:07:58.459+05:30पुत्र मोह गलत नहीं है पर किसी भी बात की अति नहीं ह...पुत्र मोह गलत नहीं है पर किसी भी बात की अति नहीं होनी चाहिए ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-73164734658303962232010-04-29T07:12:29.728+05:302010-04-29T07:12:29.728+05:30केवल एक यह ही धृतराष्ट्र नहीं हैं, ऐसे धृतराष्ट्रो...केवल एक यह ही धृतराष्ट्र नहीं हैं, ऐसे धृतराष्ट्रों की कमी नहीं है आज भी, मैंने कईयों को समझाने की कोशिश की पर समझने को कोई तैयार नहीं होता वरन अपने से ही "महाभारत" करने को तैयार हो जाते हैं।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-75815310704427842652010-04-28T21:48:24.354+05:302010-04-28T21:48:24.354+05:30मोह ऐसा ही होता है
एक विचारोत्तेजक चित्रण
बी एस ...मोह ऐसा ही होता है<br />एक विचारोत्तेजक चित्रण<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-49973444351356576712010-04-28T21:33:30.740+05:302010-04-28T21:33:30.740+05:30अधिक मोह इसी तरह रुलाता है.. लेकिन धिक्कार है उन प...अधिक मोह इसी तरह रुलाता है.. लेकिन धिक्कार है उन पुत्रों पर...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-11779361528555713112010-04-28T21:25:08.853+05:302010-04-28T21:25:08.853+05:30शर्मा जी यह कहानी इस अकेले आदमी की नही, सभी उन मां...शर्मा जी यह कहानी इस अकेले आदमी की नही, सभी उन मां बाप की है,जो अपने बच्चो को ज्यादा प्यार देने के नाम से मिठ्ठा जहर दे कर उन की जिन्दगी बर्बाद कर देते है, ओर ऎसे मां बाप अपने संग उस बच्चे का भविष्य भी बरवाद कर देते है, इस मै बच्चो की कोई गलती नहीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4965594300150482608.post-64987031480051563112010-04-28T20:50:41.425+05:302010-04-28T20:50:41.425+05:30इन्सान माया-मोह में कैसे अँधा होकर ,अच्छे बुरे के ...इन्सान माया-मोह में कैसे अँधा होकर ,अच्छे बुरे के पहचान को भूल जाता है ,इस पर आधारित आज के माहौल का सजीव चित्रण/अच्छी गहन, मनन, चिंतन से उपजी विवेचना की प्रस्तुती के लिए धन्यवाद / अच्छा सोचना अच्छी बात है /honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.com