GOD
G :- Generator
O :- Operator
D :- destroyer
कुछ अलग सा :-
१, जो किसी एक को मारे - खूनी
सारा समाज, क़ानून, सारे लोग उसके विरुद्ध खड़े होते हैं।
२, जो किन्हीं दस को मारे - पुलिस
उनके काम पर भी ऊंगलियाँ उठती हैं। उन्हें अपने कृत्य की सफाई में कई पापड बेलने पड़ते हैं।
३, जो सौ को मारे - फौजी या सैनिक
सारे संसार की नजरें रहती है। भले-बुरे का जवाब देना और भुगतना पड़ता है।
४, जो सब को मारे - भगवान
कुछ भी हो जाए, दुनिया तहस-नहस हो जाए। फिर भी पूजा-अर्चना में कमी न आ कर और बढोत्तरी ही होती है।
इस ब्लॉग में एक छोटी सी कोशिश की गई है कि अपने संस्मरणों के साथ-साथ समाज में चली आ रही मान्यताओं, कथा-कहानियों को, बगैर किसी पूर्वाग्रह के, एक अलग नजरिए से देखने, समझने और सामने लाने की ! इसके साथ ही यह कोशिश भी रहेगी कि कुछ अलग सी, रोचक, अविदित सी जानकारी मिलते ही उसे साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके ! अब इसमें इसको सफलता मिले, ना मिले, प्रयास तो सदा जारी रहेगा !
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
विशिष्ट पोस्ट
विलुप्ति की कगार पर पारंपरिक कलाएं, बीन वादन
आए दिन कोई ना कोई कलाकार, स्टैंडिंग कॉमेडियन या कोई संस्था अपने साथ कुछ लोगों को साथ ले विदेश में कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं, ऐसे लो...
-
शहद, एक हल्का पीलापन लिये हुए बादामी रंग का गाढ़ा तरल पदार्थ है। वैसे इसका रंग-रूप, इसके छत्ते के लगने वाली जगह और आस-पास के फूलों पर ज्याद...
-
आज हम एक कोहेनूर का जिक्र होते ही भावनाओं में खो जाते हैं। तख्ते ताऊस में तो वैसे सैंकड़ों हीरे जड़े हुए थे। हीरे-जवाहरात तो अपनी जगह, उस ...
-
कल रात अपने एक राजस्थानी मित्र के चिरंजीव की शादी में जाना हुआ था। बातों ही बातों में पता चला कि राजस्थानी भाषा में पति और पत्नी के लिए अलग...
-
चलती गाड़ी में अपने शरीर का कोई अंग बाहर न निकालें :) 1, ट्रेन में बैठे श्रीमान जी काफी परेशान थे। बार-बार कसमसा कर पहलू बदल रहे थे। चेहरे...
-
हनुमान जी के चिरंजीवी होने के रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए पिदुरु के आदिवासियों की हनु पुस्तिका आजकल " सेतु एशिया" नामक...
-
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा। हमारे तिरंगे के सम्मान में लिखा गया यह गीत जब भी सुनाई देता है, रोम-रोम पुल्कित हो जाता ...
-
"बिजली का तेल" यह क्या होता है ? मेरे पूछने पर उन्होंने बताया कि बिजली के ट्रांस्फार्मरों में जो तेल डाला जाता है वह लगातार &...
-
युवक अपने बच्चे को हिंदी वर्णमाला के अक्षरों से परिचित करवा रहा था। आजकल के अंग्रेजियत के समय में यह एक दुर्लभ वार्तालाप था सो मेरा स...
-
अपनी एक पुरानी डायरी मे यह रोचक प्रसंग मिला, कैसा रहा बताइयेगा :- काफी पुरानी बात है। अंग्रेजों का बोलबाला सारे संसार में क्यूं है? क्य...
-
कहते हैं कि विधि का लेख मिटाए नहीं मिटता। कितनों ने कितनी तरह की कोशीशें की पर हुआ वही जो निर्धारित था। राजा लायस और उसकी पत्नी जोकास्टा। ...
10 टिप्पणियां:
सही कहा जी
लेकिन जो सबको जन्माये, सबका पालन करे वह भी तो भगवान ही है
इलैक्ट्रोन, प्रोटोन, न्यूट्रान यानि ब्रह्मा, विष्णु, महेश
प्रणाम स्वीकार करें
भगवान की इच्छा के विरूद्ध खूनी , पुलिस या सैनिक भी किसी को नहीं मार सकते .. इसलिए तो श्रद्धा से भगवान की पूजा कम होती है .. भया के कारण अधिक .. जब हम मान लें कि भगवान भी पुलिस या सैनिकों की तरह गलत कर्म करनेवालों को उसकी सजा देते होगे .. भगवान का भय भूल हम अपने कर्मों पर ध्यान दे सकेंगे !!
पूजा पाठ अलग मसला है। भगवान वही है जो सबका पालन-पोषण करे।
परिभाषाएँ बहुत ही जोरदार दी हैं!
सर जोरदार डेफीनेसन दी है आनंद आ गया ....
निगलना चाहा, गले से नीचे नहीं उतरा :)
kyaa aajkal naati poto ke sath time paas kar rahe hain?.. lage rahiye vahi sahi hai
सही है!!
कमाल के बातें ...
एक टिप्पणी भेजें