गुरुवार, 7 मई 2009

टी. वी. पर यह किस जमाने की शकुन्तला है भाई

कल ऐसे ही रिमोट से टीवी के चैनलों का जायजा ले रहा था। अचानक एक जगह भव्य सेट देख कर थम गया। खोजा तो दिखा कि 'शकुन्तला' नाम का सीरीयल चल रहा है। आगे बढ़ने ही वाला था की परदे पर की कन्या ने साथ के युवक से कहा की आपके सर में दर्द हो रहा है, मैं "बाम" लगा देती हूँ। मुझे लगा की शायद मैंने ग़लत सुना हो, पर यकीन मानिए, वह सतयुगी बाला बार-बार कलयुगी शब्द "बाम" का उपयोग धड़ल्ले से करती रही। कम से कम तीन-चार बार तो उसने कहा ही होगा।
सोच-सोच कर ही डर लगता है कि इतना शक्तिशाली माध्यम कैसे-कैसे हाथों में चला गया है। यह तो एक बानगी है। पता नहीं कैसे-कैसे लोग कैसी-कैसी चीजें कैसे-कैसे रूपों में परोसे जा रहे हैं। लोगों का हाज़मा बिगडे उनकी बला से।

11 टिप्‍पणियां:

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

भाई लगता है ये भी किसी बाम वाले का छुपा हुआ विज्ञापन हो?:)

ये जो ना करदें वो कम है.

रामराम.

Ranjan ने कहा…

bedaa gark kar ke rakh diyaa hai, hamaare itihaas kaa, in gawaaro ne.

जयंत - समर शेष ने कहा…

Raam Raam Raam...
Ye Baam Baam Baam..

~Jayant

Udan Tashtari ने कहा…

आ ही रहा होगा नया ब्रांड-शकुन्तला बाम!!

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

खबर पढके अभी तक ये ही निर्धारित नहीं कर पाया हूं कि इन सीरियल वालों की मूर्खता पर हंसा जाए या कि अपनी संस्कृ्ति और इतिहास से इस प्रकार के खिलवाड करने पर अफसोस जताया जाए.

समयचक्र ने कहा…

२१वी सदी की ब्रांडेड शकुंतला बाम वाली बाई होगी. हा हा हा

बोधिसत्व ने कहा…

क्या आपने जो सुना वह सचमुच बाम (balm) उच्चारण ही था, और यह कल ही का एपीशोड था। वैसे यहाँ कुछ भी हो सकता है।

शेफाली पाण्डे ने कहा…

ye to fir bhi kuchh nahi...vo jo kapde pahintee hai us par kabhi gaur farmaya aapne ?

sandeep sharma ने कहा…

:)

कुश ने कहा…

बड़ा ही हास्यापद है ये.. कलर्स के 'जय श्री कृष्ण' में भी मय्या में मजाक कर रहा था ऑर ज़िन्दगी में दोबारा अपनी शक्ल मत दिखाना टाइप संवाद भी सुने है मैंने..

रंजन ने कहा…

बहुत ध्यान से सुना...

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