बुधवार, 4 मार्च 2009

तोप का लायसेंस

संता ने हथियारों के लायसेंस देने वाले दफ्तर में तोप के लिये अर्जी लगाई। वहां से उसे तुरंत बुलावा आया। जैसे ही संता वहां पहुंचा, वहां के सबसे बड़े अधिकारी ने उससे पूछा, कि क्या तुमने तोप लेने के लिए अर्जी दी है? क्या करोगे तोप का? तुम्हें मालुम नहीं नागरिकों को ऐसे हथियार नहीं दिए जाते?
मालुम है सरकार। पर पिछले साल अपनी लड़की की शादी में पांच बोरे चीनी के लिए अर्जी दी थी तो मुश्किल से एक बोरी मिली थी। अब मुझे बंदूक की जरूरत है तो मैने सोचा तोप की अर्जी दुंगा तब बंदूक तो मिल ही जाएगी।
संता ने मासुमियत से जवाब दिया।
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संता की पत्नी ने विज्ञापन पढा "विज्ञान का चमत्कार आप सबको देखें पर आप को कोई ना पहचान पाए, तुरंत मंगाएं, सीमित स्टाक। पैसे अग्रिम भिजवाएं।"
इसके पहले कि पड़ोसन को पता चले उसने तुरंत पैसे भिजवा दिये। चार दिन बाद एक पार्सल भी आ गया, खोल कर देखा तो बुरका निकला।

5 टिप्‍पणियां:

समयचक्र ने कहा…

बहुत ही मजेदार जोक्स है . धन्यवाद.

बेनामी ने कहा…

आनंद आया।

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

इसके पहले कि पड़ोसन को पता चले उसने तुरंत पैसे भिजवा दिये। चार दिन बाद एक पार्सल भी आ गया, खोल कर देखा तो बुरका निकला....Waah ji waah ye to sach much vigyan ka chmatkar nikla....!!

राज भाटिय़ा ने कहा…

शर्मा जी यह संता तो ताऊ का भी ताऊ है... ओर संती भी ताई से कम नही, मजा आ गया
धन्यवाद

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

वाह्! जी, बहुत ही मजेदार चुटकुले......

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